Thursday, 14 July 2011

lakshmi Narsimha Mala mantra

श्रीलक्ष्मीनृसिंहमाला मन्त्रः
श्रीगणेशाय नमः अस्य श्रीनृसिंहमाला मंत्रस्य नारदभगवान् ऋषिः अनुष्टुभ छन्दः
श्री नृसिंहदेवता आं बीजम् लं शवित्तः मेरुकीलकम् श्रीनृसिंहप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः
नमो नृसिंहाय ज्वालामुखाग्निनेत्राय शंखचक्रगदाप्रहस्ताय
योगरुपाय हिरण्यकशिपुच्छेदनान्त्रमालाविभूषणाय हन हन दह दह वच वच रक्ष वो नृसिंहाय पूर्वदिशां बंध बंध रौद्ररभसिंहाय दक्षिणदिशां बंध बंध पावननृसिंहाय पश्चिमदिशां बंध बंध दारुणनृसिंहाय उत्तरदिशां बंध बंध ज्वालानृसिंहाय आकाशदिशां बंध बंध लक्ष्मीनृसिंहाय पातालदिशां बंध बंध कः कः कंपय कंपय आवेशय आवेशय अवतारय अवतारय शीघ्रं शीघ्रम्
नमो नारसिंहाय नवकोटिदेवग्रहोच्चाटनाय
नमो नारसिंहाय अष्टकोटिगंधर्व ग्रहोच्चटनाय
नमोनृसिंहाय सप्तकोटिकिन्नर ग्रहोच्चाटनाय। नमो नारसिंहाय षट्कोटिशाकिनी - ग्रहोच्चटनाय
नमो नारसिंहाय पंचकोटि पन्नग्रहोच्चटनाय नमो नारसिंहाय चतुष्कोटि ब्रह्मराक्षसग्रहोच्चाटनाय
नमो नारसिंहाय द्विकोटिदनुग्रहोच्चाटनाय नमो नारसिंहाय एक कोटिग्रहोच्चाटनाय
नमो नारसिंहाय अरिमुरिचोरराक्षसजितिः वारं वारम् श्रीभय चोरभय व्याधिभय सकल भयकण्टकान् विध्वंसय विध्वंसय
शरणागत वज्रपंजराय विश्वह्रदयाय प्रल्हादवरदाय क्ष्रौं श्रीं नृसिंहाय स्वाहा
नमो नारसिंहाय मुन्दल शंखचक्र गदापद्महस्ताय नीलप्रभांगवर्णाय भीमाय भीषणाय ज्वाला करालभयभाषित श्रीनृसिंहहिरण्यकश्यपवक्षस्थलविदाहरणात जय जय एहि एहि भगवन् भगवन् गरुडध्वज गरुडध्वज मम सर्वोपद्रवं वज्रदेहेन चूर्णय चूर्णय आपत्समुद्रं शोषय शोषय
असुरगंधर्वयक्षप्रह्मराक्षस भूतप्रेत पिशाचादीन् विध्वंसय विध्वंसय पूर्वाखिलं मूलय मूलय
प्रतिच्छां स्त्म्भय परमंत्रयंत्र परतंत्र परकष्टं छिन्धि छिन्धि भिन्धि हं फट् स्वाहा
इति श्री अथर्वण नृसिंहमालामन्त्रः समाप्तः श्री नृसिंहार्पणमस्तु ॥५॥

1 comment:

  1. respected guruji
    i need this text in telugu script pls send to k
    krispram@gmail.com
    thanks in advancec

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